सपन्याह: विनाश और आशा का संदेश
सपन्याह पुराने नियम का एक छोटा पर प्रभावशाली भविष्यवाणी ग्रंथ है। यह मुख्य रूप से यहूदा और आसपास के राष्ट्रों पर आने वाले विनाश की भविष्यवाणी पर केंद्रित है।
सपन्याह पुराने नियम का एक छोटा पर प्रभावशाली भविष्यवाणी ग्रंथ है। यह मुख्य रूप से यहूदा और आसपास के राष्ट्रों पर आने वाले विनाश की भविष्यवाणी पर केंद्रित है।
हबक्कूक पुराने नियम का एक छोटा लेकिन गहरा भविष्यवाणी ग्रंथ है। यह पुस्तक भविष्यवक्ता हबक्कूक की परमेश्वर के साथ संवाद को दर्शाती है। हबक्कूक अपने समय में बढ़ते हुए अन्याय और दुष्टता को देखकर परेशान था और परमेश्वर से पूछता है कि वह इन बुराइयों को क्यों सहन करते हैं।
नाहूम पुराने नियम का एक छोटा पर प्रभावशाली भविष्यवाणी ग्रंथ है। यह मुख्य रूप से नीनवे शहर के विनाश पर केंद्रित है। नीनवे उस समय एक शक्तिशाली साम्राज्य था, लेकिन अत्याचार और हिंसा में डूबा हुआ था। नाहूम ने इसकी भविष्यवाणी की, जो बाद में पूरी हुई।
मीका पुराने नियम का एक छोटा लेकिन प्रभावशाली भविष्यवाणी ग्रंथ है। यह पुस्तक सामाजिक अन्याय, धार्मिक ढोंग और राजनीतिक भ्रष्टाचार की कड़ी निंदा करती है।
योना की कहानी हमें सिखाती है कि परमेश्वर की योजनाएं हमारी योजनाओं से बड़ी होती हैं, और उनकी कृपा और क्षमा अपार है।
ओबद्याह पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है। इसमें केवल एक अध्याय शामिल है, जिसमें एदोम देश की निंदा की गई है। एदोम इस्राएल का भाई देश था, परंतु उसने इस्राएल की विपत्ति का लाभ उठाया था। ओबद्याह ने एदोम के घमंड और क्रूरता की कड़ी निंदा की है। साथ ही, उसने इस्राएल के भविष्य में पुनरुद्धार की आशा भी व्यक्त की है।
आमोस बाइबल का सातवाँ ग्रंथ है और एक सामाजिक न्याय के प्रवक्ता के रूप में जाना जाता है। वह एक साधारण चरवाहा था जिसे परमेश्वर ने इस्राएल और आसपास के राष्ट्रों के पापों की निंदा करने के लिए बुलाया था।
आमोस की पुस्तक को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया जा सकता है:
भाग 1: राष्ट्रों की निंदा (अध्याय 1-2)
इस भाग में आमोस ने आसपास के राष्ट्रों जैसे मोआब, अम्मोन, एदोम, दमिश्क, घाज़ा, तीर और सदोम की निंदा की है।
इन राष्ट्रों के पापों के कारण आने वाले विनाश की भविष्यवाणी की गई है।
भाग 2: इस्राएल की निंदा और आशा (अध्याय 3-9)
इस भाग में आमोस ने इस्राएल के लोगों की आध्यात्मिक पतन और सामाजिक अन्याय की कड़ी निंदा की है।
उसने इस्राएल के लोगों को पश्चाताप करने और परमेश्वर की ओर लौटने का आह्वान किया है।
साथ ही, उसने भविष्य में परमेश्वर के पुनरुद्धार की आशा भी व्यक्त की है।
आमोस की पुस्तक सामाजिक न्याय, आर्थिक समानता, और परमेश्वर के साथ सही संबंध के महत्व पर जोर देती है। यह पुस्तक आज भी प्रासंगिक है और हमें सामाजिक अन्याय के खिलाफ खड़े होने और परमेश्वर की न्यायप्रियता के लिए काम करने की प्रेरणा देती है।
योएल बाइबल का तेइसवाँ ग्रंथ है और एक छोटी लेकिन प्रभावशाली पुस्तक है। यह पुस्तक भविष्यवक्ता योएल द्वारा लिखी गई थी और इसमें प्राकृतिक आपदा और परमेश्वर के पुनरुद्धार के विषय पर केंद्रित है।
होशे बाइबल का बारहवां ग्रंथ है और एक प्रेम और विश्वासघात की मार्मिक कहानी है। यह पुस्तक भविष्यवक्ता होशे के जीवन और परमेश्वर के इस्राएल के लोगों के प्रति प्रेम के अनोखे चित्रण को प्रस्तुत करती है।
दानिय्येल बाइबल का चौबीसवाँ ग्रंथ है और इसे एक महत्वपूर्ण भविष्यवक्ता और बुद्धिमान व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। वह बाबुल के निर्वासन के समय इस्राएलियों के बीच रहता था। दानिय्येल की पुस्तक में कई अद्भुत घटनाएँ और भविष्यवाणियां शामिल हैं।