दानिय्येल बाइबल का चौबीसवाँ ग्रंथ है और इसे एक महत्वपूर्ण भविष्यवक्ता और बुद्धिमान व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। वह बाबुल के निर्वासन के समय इस्राएलियों के बीच रहता था। दानिय्येल की पुस्तक में कई अद्भुत घटनाएँ और भविष्यवाणियां शामिल हैं।
दानिय्येल की पुस्तक को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया जा सकता है:
भाग 1: दानिय्येल और उसके साथियों (अध्याय 1-6)
- इस भाग में दानिय्येल और उसके तीन साथियों को बाबुल ले जाया जाता है और वे वहाँ उच्च पदों पर पहुँचते हैं।
- इसमें शेर के गुफा और जलते हुए भट्टी की कहानियाँ शामिल हैं, जो दानिय्येल और उसके साथियों के विश्वास को प्रदर्शित करती हैं।
भाग 2: भविष्यवाणियां (अध्याय 7-12)
- इस भाग में दानिय्येल को कई अद्भुत दर्शन प्राप्त होते हैं, जिसमें भविष्य के साम्राज्यों और अन्तिम समय के बारे में जानकारी दी जाती है।
- इन दर्शनों में परमेश्वर के राज्य की स्थापना और मसीह के आगमन की भविष्यवाणियां भी शामिल हैं।
दानिय्येल की पुस्तक विश्वास, बुद्धि, और परमेश्वर की सत्ता का एक शक्तिशाली संदेश देती है। यह पुस्तक भविष्य के बारे में आशा और विश्वास जगाती है।