एस्तेर, बाइबिल का सोलहवाँ ग्रंथ है, जिसमें यहूदी लड़की एस्तेर की कहानी है जो फारस की रानी बन जाती है और अपने लोगों को विनाश से बचाती है। यह पुस्तक परमेश्वर की गुप्त योजना और मानव इतिहास में उनके हस्तक्षेप को दर्शाती है।
भाग 1: एस्तेर की रानी बनना (अध्याय 1-2)
- फारस के राजा और वश्ति की कहानी: फारस के राजा अहश्यवेरोश और उसकी रानी वश्ति की कहानी।
- एस्तेर का चुनाव: एस्तेर का राजा की नई रानी के रूप में चुनाव होना।
- मर्दोकाई की पहचान: एस्तेर के चचेरे भाई मर्दोकाई की पहचान।
भाग 2: हामान की साज़िश (अध्याय 3-5)
- हामन की घृणा: फारसी अधिकारी हामान द्वारा यहूदियों के विनाश की साज़िश रचना।
- मर्दोकाई की चेतावनी: मर्दोकाई द्वारा एस्तेर को खतरे की चेतावनी देना।
- एस्तेर की हिम्मत: एस्तेर की राजा से मिलने की हिम्मत जुटाना।
भाग 3: यहूदियों की मुक्ति (अध्याय 6-10)
- हामन का पतन: हामान का पतन और उसकी फांसी।
- यहूदियों की जीत: यहूदियों की हामान के सेनापतियों पर विजय।
- पूरिम का पर्व: पूरिम पर्व की स्थापना।
एस्तेर की पुस्तक परमेश्वर की गुप्त योजना और मानव इतिहास में उनके हस्तक्षेप का एक उल्लेखनीय उदाहरण है। यह पुस्तक साहस, विश्वास, और परमेश्वर की दया के महत्व को दर्शाती है।