रूत, बाइबिल का छोटा पर प्रभावशाली ग्रंथ है, जो मोआबी विधवा रूत की कहानी को बताता है, जो अपने सास नाओमी के साथ इस्राएल लौटती है और अंततः दाऊद के वंशावली में शामिल हो जाती है।
भाग 1: दुःख और निर्णय (अध्याय 1)
- मोआब में जीवन: नाओमी, अपने पति और दो बेटों के साथ मोआब देश में रहती है।
- अकाल और विधवापन: अकाल के कारण नाओमी अपने परिवार को पालने के लिए मजबूर हो जाती है और अंततः अपने पति और दोनों बेटों को खो देती है।
भाग 2: वफादारी और वापसी (अध्याय 2)
- रूत की वफादारी: नाओमी के दोनों बहुओं में से, रूत अपनी सास के साथ इस्राएल लौटने का निर्णय लेती है।
- बोअज़ से मुलाकात: रूत को बोअज़ नामक एक धनी इस्राएली से मदद मिलती है।
भाग 3: छुटकारा और विवाह (अध्याय 3-4)
- छुटकारे का अधिकार: नाओमी रूत के लिए एक उत्तराधिकारी की व्यवस्था करने की योजना बनाती है।
- बोअज़ का प्रस्ताव: बोअज़ रूत से विवाह करने का प्रस्ताव देता है।
- दाऊद के वंशावली में शामिल होना: रूत और बोअज़ के विवाह से दाऊद के वंशावली की शुरुआत होती है।
रूत की पुस्तक वफादारी, दया, और परमेश्वर की योजना के अनुसार जीवन के बदलने की एक सुंदर कहानी है। यह पुस्तक हमें मानवीय संबंधों, विश्वास और आशा के बारे में महत्वपूर्ण शिक्षा देती है।